July 25, 2007 रामसेतु मुद्दे पर जन आंदोलन
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित धर्माचार्य, साधु व संतों की धर्मसंसद ने बुधवार को रामेश्वरम में पौराणिक और पुरातात्विक महत्व के रामसेतु को बचाने के लिए देशव्यापी जनांदोलन छेड़ने का फैसला किया तथा सभी राजनीतिक दलों से इसके लिए समर्थन मांगा।
विहिप की ओर से आयोजित इस दो दिवसीय धर्मसंसद में देशभर से आए पांच हजार धर्माचार्यो और साधु संतों ने भाग लिया। आंदोलन के कार्यक्रम की घोषणा बृहस्पतिवार को की जाएगी। आंदोलन के कार्यक्रम में बारह अगस्त को गांव-गांव सामूहिक उपवास रखने तथा रक्षाबंधन के पर्व पर रामसेतु की रक्षा करने के संकल्प के साथ राखी बांधने व बंधवाने का कार्यक्रम शामिल है।
धर्मसंसद के मेच पर बदिकाश्रम के शंकराचार्य वासुदेवानंद, पेजावर पीठ के मध्वाचार्य विश्वेशतीर्थ, आचार्य धर्मेद्र, विद्यासागर तीर्थ, विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष एस वेदांतम और महामंत्री डा. प्रवीण तोगड़िया उपस्थित थे। धर्मसंसद के आज के सत्र में दो प्रस्ताव स्वीकार किए गए जिसमें केंद्र सरकार से सेतुसमुद्रम परियोजना रद्द करने की मांग की गई। प्रस्ताव में कहा गया कि यदि सरकार को परियोजना पूरी करनी ही है तो उसे रामसेतु को बिना नुकसान पहुंचाए वैकल्पिक मार्ग तलाश करना चाहिए।
{Summary: Thousands of Sadhus and Sants assembled in the Ramlila grounds of New Delhi, declared to initiate a mass-movement to protect Sri Ram Setu. They invited support from all the political parties. }